देहरादून कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बुधवार को भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम से हुई मुलाकात से एक बार फिर से चर्चाएं तेज हो गईं।
समझा जा रहा है कि अग्रवाल ने विधानसभा में हुई 72 नियुक्तियों के संबंध में अपना पक्ष रखा। ये नियुक्तियां वर्ष 2021 में अग्रवाल के विधानसभा अध्यक्ष रहने के दौरान हुई थीं।
इसमें अग्रवाल का कोई दोष नहीं है
यद्यपि, दैनिक जागरण से बातचीत में प्रदेश प्रभारी गौतम ने अग्रवाल को क्लीन चिट देते हुए कहा कि इसमें अग्रवाल का कोई दोष नहीं है। जो सिस्टम चला आ रहा था, उसी के अनुरूप नियुक्तियां हुईं। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रकरण की जांच चल रही है, जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। साथ ही आगे के लिए पारदर्शी व्यवस्था बनेगी।
विधानसभा के भर्ती प्रकरण के तूल पकड़ने के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी इसकी निरंतर जानकारी ले रहा है। पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी गौतम इस पर नजर रखे हुए हैं। दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को देहरादून पहुंचे गौतम से कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने मुलाकात की।
उधर, कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखंड प्रभारी से हुई मुलाकात में संगठनात्मक विषयों पर चर्चा हुई। गौतम ने उनसे राज्य में चल रही जनहित की योजनाओं की जानकारी भी ली। इस दौरान अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में राज्य सरकार विकास और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है।
जिसने भी गड़बड़ की है, वह भुगतेगा और भुगतना भी चाहिए
पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने विधानसभा के भर्ती प्रकरण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मीडिया से बातचीत में तीरथ ने कहा कि उनका व्यक्तिगत मत यही है कि जिसने भी गड़बड़ी की है, चाहे वह नेता हो या अधिकारी, वह भुगतेगा और उसे भुगतना भी चाहिए। इशारों ही इशारों में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यदि पहले वालों ने गलती की है तो इसका मतलब ये नहीं कि हम भी वही दोहराएं। उन्होंने कहा कि यदि भर्ती में गड़बड़ियां हुई हैं तो ये तत्काल निरस्त होनी चाहिए।
जांच समिति ने पत्रावलियों का किया अध्ययन
विधानसभा में हुई भर्ती में गड़बड़ी की जांच कर रही विशेषज्ञ समिति ने लगातार चौथे दिन बुधवार को भी विधानसभा में नियुक्ति संबंधी पत्रावलियों का अध्ययन किया।
जांच समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आइएएस डीके कोटिया और सदस्यों सुरेंद्र सिंह रावत व अवनेंद्र सिंह नयाल ने हाल में विधानसभा सचिवालय में वर्ष 2012 से 2021 तक हुई 222 नियुक्तियों की पत्रावलियां हासिल की थीं। बुधवार को समिति ने एक-एक फाइल को खंगालकर यह देखा कि नियुक्ति में नियम-कानूनों का पालन हुआ है या नहीं।