देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस नेताओं की बंगाल में महिला डाक्टर की हत्या एवं यूपी के महिला अपराधों पर लंबी चुप्पी को शर्मनाक बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लड़कियों के लिए लड़ ही नहीं सकती है, चाहे पार्टी के अंदर की बात हो या बाहर की। दिल्ली में बैठक बैठक खेलने वाले उनके स्थानीय नेताओं को अपने आलाकमान को याद दिलाना चाहिए । मीडिया के लिए जारी बयान में श्री भट्ट ने कहा, कांग्रेस और उनकी सहयोगी दलों की सरकार में मां बहने सुरक्षित नहीं हैं। जहां एक तरफ पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री की सरकार में जिस तरह एक महिला डॉक्टर के साथ अस्पताल परिसर में ही रेप और हत्या होती है। वहीं दूसरी तरफ यूपी में तो उनके दो लड़कों के साथी ही रेप की घटनाओं में लिप्त हैं। वही बेहद दुर्भाग्य की बात है कि सीबीआई जांच को लेकर पूरे बंगाल के एकजुट होने के बाद भी वहां की महिला मुख्यमंत्री अपराध पर पर्दा डालने की कोशिश में लगी रही। अब तो मामले की गंभीरता को समझते हुए कोलकाता हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश भी दे दिया है लेकिन अफसोस कांग्रेसी आलाकमान की आवाज अब तक इस जघन्य अपराध के खिलाफ नहीं निकली है। देश पुनः देख रहा है कि महिलाओं के साथ होने वाले इस जघन्य अपराध पर न राहुल की मोहब्बत वाली दुकान खुली और ना ही कोई लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी नजर आईं। और यूपी में तो हद ही हो गई जब कांग्रेस सपा के दो लड़कों के साथ ही बच्चियों के साथ कुकृत्य की घटनाओं को अंजाम देते पकड़े गए हैं । लेकिन अपनी ही पार्टी नेता के यौन शोषण के आरोपी को युवा संगठन की कमान सौंपने वाले कांग्रेस नेताओं के दैनिक बयान बताते हैं, जैसे अयोध्या और कन्नौज में कुछ हुआ ही नही हो।
उन्होंने तंज कसते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं को सुझाव दिया कि वे दिल्ली में बैठक बैठक खेल रहे हैं, अपने आलाकमान से दोनों राज्यों के महिला अपराध पर जबाव क्यों नहीं पूछते हैं। ये सभी तो महिला अपराधों के मुद्दे पर प्रदेश में झूठ और भ्रम फैलाने के मास्टर हैं, लेकिन बंगाल एवं यूपी की सच्ची घटनाओं पर तो इन्हें भी सांप सूंघ गया है। उन्हें राहुल प्रियंका खड़गे पर दबाव बनाना चाहिए कि कहीं तो महिलाओं के पक्ष में खड़ा होना चाहिए।