देहरादून । आपने पहले शायद ही कहीं सुना होगा कि किसी पति ने अपनी ही पत्नी का कन्यादान किया। लेकिन ये बिल्कुल सच है। आगे की कहानी आपके होश उड़ा देगी।
पुलिस ने एक ऐसे दंपती को गिरफ्तार किया है जिसने ठगी के तौर-तरीकों में बालीवुड की फिल्मों को भी मात दे दी है। पति खुद को अपनी ही पत्नी का इकलौता भाई बताकर मालदार घरों के दूल्हों को ढूंढता। माता-पिता की मौत की बात बताकर पत्नी का कन्यादान करके विदा करता।
एसपी देहात उदय शंकर सिंह ने बताया कि पकड़ी गई युवती नाजो (18) देहरादून की मूल निवासी है। दो साल पहले परिवार में झगड़़ा होने पर वह घर से दिल्ली भाग गई थी। वहां उसकी मुलाकात एक महिला से हुई। महिला ने उसे नौकरी दिलाने की बात कहकर अपने साथ मझोला के कांशीराम नगर में ले आई। यहां पर उसने नाजो को प्रीति का नाम दिया और उसे एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी दिलवा दी।
आरोप है कि रोहित का कर्ज उतारने के लिए महिला ने नाजा को ठगी करने के धंधे में उतार दिया। इसके लिए एक स्क्रिप्ट बनाई गई। जिसके मुताबिक, नाजो उर्फ प्रीति एवं रोहित को भाई-बहन बनने का नाटक करना पड़ता था।
रोहित खुद को प्रीति का इकलौता भाई बताता था। माता-पिता की मौत की बात बताकर वह दूल्हे के घर वालों से न सिर्फ सहानुभूति बटोरता बल्कि शादी में खर्च के नाम पर मोटी रकम भी ले लेता।
शादी के समय पिता की जगह इकलौता भाई बना रोहित अपनी पत्नी कन्यादान भी करता। विदाई के समय आंसू भी बहाता। उधर, शादी के बाद विदा होकर ससुराल गई नई नवेली दुल्हन बनी नाजो रात को बीमार होने का बहाना कर जल्द सो जाती।
सुबह वह खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर ससुरालियों को खिला/पिला देती और वहां से नगदी, जेवर लेकर अपने पति रोहित के साथ भाग निकलती थी। हाल ही में आरोपियों ने मैनाठेर थाना क्षेत्र के ग्राम जानकपुर निवासी योगेश को इस गिरोह ने अपना शिकार बनाया।
इस संबंध में 12 दिसंबर को योगेश ने प्रीति, रोहित उर्फ गौरव निवासी गजरौला, ब्रह्मपाल और उसकी पत्नी मुन्नी, जिला अमरोहा, जसवंत निवासी हंडालपुर थाना नखासा जिला संभल के खिलाफ शादी के बहाने धोखाधड़ी करने और माल समेट कर ले जाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप है कि जसवंत और ब्रह्मपाल के जरिए ही मझोला निवासी मौसी ने रोहित का संपर्क योगेश से करवाया था। एसपी देहात ने बताया कि इस मामले में अभी आरोपी महिला सहित कई अन्य लोगों की तलाश है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
‘पति की जान बचाने को करनी पड़ी शादी’
मुरादाबाद। आरोपी युवती का दावा है कि वह बेकसूर है। चार शादियों की कहानी फर्जी है। उसके पति पर कर्ज था, जिसे न उतार पाने पर सूदखोर उसके पति को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस वजह से उसे पति की जान बचाने के लिए किसान योगेश से दूसरी शादी करनी पड़ी। युवती की मानें तो साजिश कर्ताओं ने बताया था कि उसके ससुराल से भाग जाने के बाद दूल्हे पक्ष के लोग दुल्हन खरीदने के आरोप में फंसने के डर से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराएंगे।
पुलिस का दावा, इन लोगों को बनाया गिरोह ने शिकार
पहली शादी रामपुर में रामपुर के हरीशचंद्र भाटिया से हुई।
गजरौला में अरुण नामक युवक से बनाई थी शादी की योजना।
27 अक्टूबर को मैनाठेर के जानकपुर निवासी योगेश से की शादी
हरियाणा में एक युवक से हाल ही में शादी तय की, एडवांस रकम भी ली।