ऋषिकेश: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की जोधपुर में शूटिंग के दौरान तबीयत बिगड़ने से दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत भी खासे चिंतित हैं। बोले, मैं अपने मित्र के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए मां गंगा से कामना करूंगा।
अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। वह इन दिनों जोधपुर में मेहरानगढ़ किले में फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ की शूटिंग कर रहे थे। जहां रातभर शूटिंग के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। अमिताभ ने स्वास्थ्य खराब होने की सूचना अपने ब्लॉग पर डाली।
दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने दोस्त के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ लिए मां गंगा से प्रार्थना करने की बात तीर्थनगरी आगमन पर कही। वह ऋषिकेश में अपनी इस आध्यात्मिक यात्रा के दौरान अपने परिवार, इष्ट-मित्र और भविष्य के लिए चिंतन कर रहे हैं। साथ ही आध्यात्मिक गतिविधियों में भी हिस्सा भी ले रहे हैं। वह रजनीकांत ऋषिकेश के दयानंद आश्रम में रुके हैं।
अमिताभ से रजनी के है गहरी दोस्ती
उत्तर और दक्षिण का मिलन हिंदी सिनेमा के इतिहास में फिल्म ‘अंधा कानून’ के साथ शुरू हुआ। सदी के महानायक अमिताभ और दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत करीब आए तो उनकी दोस्ती भी गहराती चली गई। इसकी परिणति आगे चलकर फिल्म ‘हम’ में दो भाइयों के रूप में हुई। फिल्म सुपरहिट रही और इसी के साथ दक्षिण भारतीय सिनेमा व हिंदी सिनेमा की कड़ियां आपस में जुड़ती चली गईं।
आठ वर्ष पूर्व आई रजनीकांत की फिल्म ‘रोबोट’ में अमिताभ बच्चन की बहू ऐश्वर्या राय बच्चन ने रजनीकांत की नायिका का रोल किया। यह वह दौर है, जब ऐश्वर्या को फिल्में मिलना काफी कम हो गया था। कहीं-न-कहीं इसे भी अमिताभ और रजनी की दोस्ती का कारण माना जा सकता है।
नई फिल्म ‘काला’ बनाने की तैयारी में रजनीकांत
हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत जल्द एक नई फिल्म ‘काला’ बनाने जा रहे हैं। यह फिल्म मनोरंजन से भरपूर होगी। तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर ऋषिकेश आए अभिनेता रजनीकांत ने दयानंद आश्रम में पत्रकारों को यह जानकारी दी। इससे पूर्व, उन्होंने आसपास के क्षेत्र का भ्रमण भी किया।
उनका बदरीनाथ मार्ग पर वशिष्ठ गुफा जाने का कार्यक्रम भी था, लेकिन ऑलवेदर रोड चौड़ीकरण के चलते रास्ते में जाम लगे होने के कारण वह वापस लौट आए। अलबत्ता रजनीकांत रायवाला में अपने योग केंद्र के लिए खरीदी गई जमीन को देखने अवश्य पहुंचे। यहां उन्होंने प्रशंसकों के साथ सेल्फी भी खिंचावाई।
योगाभ्यास किया
अभिनेता रजनीकांत मंगलवार दोपहर अपने गुरु ब्रह्मलीन संत स्वामी दयानंद सरस्वती की साधना स्थली दयानंद आश्रम पहुंचे थे। सुबह के वक्त उन्होंने योग-ध्यान की कक्षा में अपना ज्यादा समय दिया। उन्होंने स्वामी विद्वात्मानंद सरस्वती के सानिध्य में योगाभ्यास किया।
बाद में रजनीकांत ब्रह्मलीन संत डॉ. शिवानंद सरस्वती के आश्रम भी पहुंचे। इस दक्षिण भारतीय संत यहां आकर दिव्य जीवन संघ आश्रम के माध्यम से योग, अध्यात्म और चिकित्सा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए थे। रजनीकांत ने आश्रम में कुछ समय बिताया और दोपहर एक बजे आश्रम लौट आए। शाम को उन्होंने वीरभद्र मार्ग पर अपनी कार से सैर भी की।
प्रशंसकों से मिले, रवाना होंगे द्वाराहाट
रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों के लिए भी वक्त निकाला। इस दौरान स्पर्श गंगा अभियान की टीम ने टीम प्रमुख सरोज डिमरी के साथ उनसे मुलाकात की। स्पर्श गंगा के कार्यकर्ताओं ने रजनीकांत को गंगा पर आधारित पुस्तक भेंट की। आश्रम के प्रबंधक गुणानंद रयाल ने बताया कि अभिनेता रजनीकांत गुरुवार तक यहीं रुकेंगे। शुक्रवार सुबह वह कुमाऊं के द्वाराहाट स्थित गुफा वाले आश्रम के लिए रवाना होंगे।
गुरु समाधि पर रजनीकांत ने ध्यान लगाया
हिंदी और दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने अपने तीर्थनगरी प्रवास के तीसरे दिन गुरुवार की सुबह गुरु की समाधि पर ध्यान लगाया। अभिनेता रजनीकांत मंगलवार को यहां आए थे। वह मुनिकीरेती के शीशम झाड़ी स्थित स्वामी दयानंद आश्रम में ठहरे हैं। अपने गुरु स्थान में रुके अभिनेता रजनीकांत ने गुरुवार के दिन की शुरुआत गुरु की समाधि से शुरू की।
प्रातः काल स्नान के पश्चात 7:30 बजे रजनीकांत आश्रम परिसर में बने ब्रह्मलीन संत दयानंद सरस्वती के समाधि स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने करीब 15 मिनट तक गुरु की प्रतिमा के सामने बैठकर ध्यान लगाया। तत्पश्चात रजनीकांत ने गुरु समाधि पर पूजा अर्चना की। नाश्ते में रजनीकांत को दक्षिण भारतीय व्यंजन परोसे गए। जिसमें उपमा और सांभर का उन्होंने सेवन किया। आश्रम में मीडिया कर्मी उनसे बात करना चाह रहे थे। मगर, रजनीकांत ने सॉरी और गॉड ब्लेस यू कह कर स्वयं को मीडिया से अलग रखा।
संतो को परोसा भोजन
रजनीकांत ने अपने गुरु के आश्रम में संतों को भोजन परोसकर उन्हें दक्षिणा दी। मुनिकीरेती के शीशम झाड़ी स्थित दयानंद आश्रम में पिछले दो दिनों से रह रहे अभिनेता रजनीकांत ने गुरुवार को आश्रम में आयोजित संतो के भंडारे में एक साधक के रूप में शिरकत की। उन्होंने अपने हाथों से पंगत में बैठे संतो को भोजन परोसा। भोजन समाप्ति के पश्चात रजनीकांत ने प्रत्येक संत को दक्षिणा के रूप में सौ-सौ रुपए दिए।
इस दौरान उपस्थित साधु और संतों ने रजनीकांत को अपार आशीर्वाद दिया। उनके साथ दयानंद आश्रम ट्रस्ट के मुखिया स्वामी शुद्धानंद सरस्वती और स्वामी विद्वतानंद सरस्वती भी थे। इससे पूर्व रजनीकांत सुबह करीब 9:00 बजे यहां से ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिवपुरी के समीप स्थित वशिष्ठ गुफा के दर्शन के लिए गए। बीती बुधवार को भी रजनीकांत वशिष्ठ गुफा के लिए रवाना हुए थे। मगर, ऑल वेदर रोड में सड़क चौड़ीकरण के चलते जाम के कारण वह वापस लौट आए थे।