देहरादून : कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने देहरादून मंडल में कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। इससे देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, कोटद्वार और रूडकी डिपो में बसों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हो गया।
हड़ताल के चलते रोडवेज की सभी वाल्वो, एसी और डीलक्स बसें खड़ी हो गई। कर्मचारियों ने देहरादून आईएसबीटी पर धरना प्रदर्शन भी आरंभ कर दिया।
कल देर रात तक रोडवेज प्रबंधन से वार्ता का दौर चलता रहा, लेकिन तीन दौर की वार्ता विफल हो गई। इसके बाद यूनियन के कर्मचारी आधी रात से ही कार्य बहिष्कार पर चले गए। आज सुबह से रोडवेज की बसें खड़ी होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। लंबी दूरी के यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही।
दिल्ली, चंडीगढ़, हल्द्वानी, जयपुर, फरीदाबाद, मेरठ, सहारनपुर, अम्बाला, धर्मशाला, गुरुग्राम आदि जाने वाली बसें खडी हैं। वहीं, रोडवेज प्रबंधन वैकल्पिक व्यवस्था का दावा कर रहा है।
हड़ताल से करीब 400 बसों के प्रभावित होने का अंदेशा है। कार्यबहिष्कार के चलते कर्मचारियों ने पहले से छुट्टी लेनी शुरू कर दी थी। अकेले दून जिले में ही दो सौ से ज्यादा चालक-परिचालक छुट्टी के आवेदन कर चुके हैं। यूनियन परिचालकों की प्रोन्नति के साथ ही अनुबंधित ढाबों पर यात्रियों और कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद करने की मांग कर रही है।
साथ ही डीजल चोरी कर रहे अनुबंधित आपरेटरों पर कड़ी कार्रवाई समेत देहरादून मंडल में कार्यरत एसकेएस एजेंसी की विजिलेंस जांच कराने की मांग भी है। समय से वेतन देने व नए मार्गों पर बसें संचालित करने की भी मांग भी यूनियन उठा रही है। यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि इस संबंध में गुरूवार को तीन दौर की प्रबंधन के साथ बैठक हुई मगर हल नहीं निकला। ऐसे में आधी रात से यूनियन ने आंदोलन शुरू कर दिया।