पिथौरागढ़,: कांगो आपरेशन में अपनी जान खतरे में डालकर पूरी यूनिट को बचाने वाले वीर चक्र विजेता देवजंग साही का 97 साल की उम्र में निधन हो गया।
मूल रूप से पिथौरागढ़ तहसील के चिराली गांव निवासी वर्तमान में पिथौरागढ़ के भाटकोट रोड में रहने वाले वीर चक्र विजेता कैप्टन देवजंग साही अपनी वीरता के लिए जाने जाते थे। पचास के दशक में कांगो में संकट हो गया था। इस अभियान में भारत की सेना भेजी गई। जिसमें सूबेदार देवजंग साही भी शामिल थे।
कांगो अभियान में उनकी यूनिट खतरे में आ गई थी। इस मौके पर उन्होंने खुद मोर्चा संभाला और पूरी यूनिट को बचाया था। इस दौरान खुद देवजंग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
उन्होंने अस्पताल में तीन वर्ष तक जिंदगी के लिए संघर्ष किया। अस्पताल से स्वस्थ होने के बाद उन्हें वर्ष 1963 में तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन ने वीर चक्र से सम्मानित किया था।