रुद्रप्रयाग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत चल रहे कार्यों को समय पर पूरा कराने के लिए जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मंगेश घिल्डियाल ने भी केदारनाथ धाम में डेरा डाल लिया। डीएम ने रात मजदूरों के ही बीच रहकर उनका हौसला बढ़ाया। साथ ही पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इससे पहले मंगलवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने भी केदारनाथ का दौरा किया था।
जिलाधिकारी अधिकारियों के साथ मंगलवार व बुधवार को केदारपुरी में ही डटे रहे। इस दौरान उन्होंने केदारपुरी में तैनात पुलिस व एसडीआरएफ के जवानों और कार्यदायी संस्थाओं के कर्मचारियों व मजदूरों के साथ पूरा दिन गुजारा। डीएम ने बताया कि केदारनाथ में मलबा हटाने और पूरी केदारपुरी को आकर्षक बनाने का कार्य प्राथमिकता से किया जाना है। इसकी लगातार निगरानी की जा रही है।
डीएम ने केदारनाथ मंदिर के पीछे पत्थर कटाने के लिए लगाई गई मशीनों का जायजा लिया। साथ ही एएसआइ (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के प्रभारी चंद्रमोहन नौटियाल को निर्देश दिए कि पत्थर काटने के लिए राजस्थान से और अधिक मजदूर मंगवाए जाएं। ताकि कार्य 28 अप्रैल तक पूर्ण हो सके। उन्होंने लोनिवि को हिदायत दी कि मंदाकिनी नदी के किनारे बने चबूतरे के ऊपर पड़े मलबे को तत्काल हटाया जाए।
बढ़ेगा मजदूरों का मेहनताना
केदारनाथ में लोनिवि के 43 मजदूर पत्थर काटने का काम कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने उनका मेहनताना बढ़ाने की भी बात कही। साथ ही लोनिवि और विद्युत विभाग को हिदायत दी कि मंदिर परिसर में टेंट व विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करना सुनिश्चित करें।
पैदल मार्ग का भी लिया जायजा
जिलाधिकारी ने गरुड़चट्टी से गौरीकुंड तक पैदल मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा कर यात्रा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।