घनसाली, टिहरी : बालगंगा रेंज के कोठगा गांव के थापला तोक मे जंगल की आग से चार परिवारों के मकान जलकर राख हो गए। इससे घर में रखा सामान व खाद्य सामग्री भी राख हो गई। उधर चमोली जिले के डिम्मर गांव में जंगल की आग से फलदार पेड़ों के साथ ग्रामीणों एकत्र किया घास भी जल गया है।
जानकारी के अनुसार रात्रि को जंगल की आग टिहरी जनपद के घनसाली क्षेत्र के कोठगा गांव के थापला तोक में अचानक पहुंच गई। इससे आग ने गांव के राकेश, सरोप सिंह, दिनेश सिंह व अवतार सिंह के घरो को अपनी चपेट में ले लिया। आग से उनके छह कमरों के दो संयुक्त मकान पूरी तरह जल गए।
घटना के समय उक्त परिवार अपने मूल गांव रियूंटी कोठगा में रहते है। जिससे जान माल का नुकसान नहीं हुआ, हालांकि प्रभावित परिवारों के घरों मे रखी खाद्य सामग्री कपड़े बर्तन व अन्य सामग्री भी दावानल की भेंट चढ़ गए। रात की घटना होने के कारण घरों मे लगी को नही बुझाया जा सका।
सुबह ग्रामीणों ने आग पर काबू किया, लेकिन तब तक घरों मे रखी सामग्री पूरी तरह खाक हो गयी। पूर्व जेष्ठ उप प्रमुख अब्बल सिंह रावत ने बताया कि जंगल की आग गांव में फैलाने के कारण मकान आग की चपेट में आए। घटना के बाद क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक धर्मानंद ममगाईं और वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी है।
उधर चमोली जनपद में तहसील कर्णप्रयाग के डिम्मर गांव में आग से ग्रामीणों के फलदार पेड़ व घास जलकर राख हो गया। किसी तरह महिला मंगल दल व ग्रामीणों ने आग को बुझाने का प्रयास किया और सूचना तहसील प्रशासन को दी जिसपर मौके पर पहुंची दमकल के वाहन ने आग बुझाई।
डिम्मर गांव की सीमा में सिविल भूमि में भड़की आग बेकाबू हो गई और देखते ही देखते आग की लपटों ने गांव के गणेश चंद्र के फलदार पेड़ को जला दिया और समीप ग्रामीणों के पेड़ों पर जमा की सुरक्षित घास भी आग की लपेट में आकर जल गई। ग्रामीण प्रकाश चंद्र, युवक मंगल दल अध्यक्ष सोभित डिमरी ने इसकी सूचना प्रशासन को दी और ग्रामीणों के साथ आग पर काबू पाने का प्रयास किया रात्रि पहुंचे अग्निशमन वाहन की मदद से गांव की सीमा में लगी आग को काबू पाया जा सका।
उधर विकासखंड पोखरी के नागनाथ रेंज अंतर्गत कुजासू, सेमी व कर्णप्रयाग के डिम्मर, चोपता, चापरधार, कपीरी, बेडाणू, नंदप्रयाग सहित कपीरी पट्टी के जंगल में लगी आग से वन संपदा को नुकसान पहुंचा है।