रुद्रप्रयाग: ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से आज तयशुदा कार्यक्रम के तहत केदारनाथ भगवान की उत्सव डोली केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई। पहले दिन डोली प्रथम पड़ाव फाटा में रात्रि विश्राम करेगी।
27 अप्रैल को डोली गौरीकुंड पहुंचेगी। यहां रात्रि विश्राम के बाद 28 अप्रैल की सांय केदारनाथ धाम पहुंच जायेगी। 29 अप्रैल को प्रात: 6 बजकर 15 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
इससे पहले ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में भैरव पूजा संपन्न हुई। भगवान शिव के भजन-कीर्तन के साथ बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं ने डोली को केदारनाथ धाम के लिए विदा किया। इस अवसर पर सेना की जेकलाई रेजीमेंट की धुनों ने सभी को मंत्रमुग्ध किया।
प्रात: से ही श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी विग्रह प्रतिमा की विधिवत पूजा अर्चना हुई तथा श्रृंगार किया गया। श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल एवं मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने भगवान केदारनाथ की डोली के धाम प्रस्थान होने पर शुभकामनाएं दी हैं।
डोली के स्वागत के लिए फार्मेसी, विद्यापीठ, गुप्तकाशी बाजार सहित जगह-जगह स्थानीय जनता, स्कूली बच्चे प्रतीक्षारत रहे। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, क्षेत्रीय विधायक मनोज रावत, मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, शिवसिंह रावत, प्रदीप बगवाड़ी, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, वचन सिंह रावत, मुख्य पुजारी राजशेखर लिंग, शिवशंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग, बागेश लिंग आदि मौजूद रहे।