कोटद्वार: सनेह क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रामपुर में बीती रात एक हाथी सीवर टैंक में जा गिरा। सीवर टैंक में गिरने के बाद हाथी की तेज चिंघाड़ सुन गांव में हड़कंप मच गया, लेकिन हाथी का रौद्र रूप देख किसी ने हाथी के करीब जाने की जहमत नहीं उठाई। आधे घंटे की मशक्कत के बाद हाथी स्वयं ही टैंक से बाहर निकल जंगल की ओर चला गया।
ग्राम रामपुर निवासी मोहन सिंह के खेतों में बीती रात करीब ग्यारह बजे हाथी घुस गया। मोहन सिंह ने कनस्तर बजा कर किसी तरह हाथी को खेतों से बाहर निकाल दिया। रात्रि करीब एक बजे एक बार फिर हाथी खेतों में घुस गया और खेतों में खड़े आम-लीची के पेड़ों को नुकसान पहुंचाते हुए मकान के पीछे के हिस्से में पहुंच गया।
इस दौरान वह घर के पिछले हिस्से में बने सीवर टैंक के ऊपर जा खड़ा हुआ। हाथी के वजन से सीवर टैंक का ढक्कन टूट गया व हाथी के अगले दोनों पैर सीवर टैंक में जा घुसे। तेज आवाजें सुन मोहन सिंह व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ही आसपास के घर के लोग भी जाग गए।
मोहन सिंह ने बताया कि हाथी के डर से वे घर की छत पर पहुंचे व टॉर्च की रोशनी से हाथी को ढूंढने का प्रयास किया तो उन्होंने देखा कि हाथी सीवर टैंक में फंसा हुआ था व टैंक से बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था।
मोहन सिंह ने बताया कि बाहर निकलने के प्रयास के दौरान हाथी ने सीवर टैंक के मध्य में बनी ईंट की एक दीवार भी तोड़ डाली। साथ ही टैंक के ढक्कन में लगे तमाम सरिए भी मोड़ दिए। बताया कि करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद हाथी स्वयं ही टैंक से बाहर निकल गया।
इसके बाद हाथी जंगल की ओर से चला गया। मोहन सिंह ने बताया कि क्षेत्र में आए दिन हाथी लोगों की फसल को नुकसान पहुंचा रहा है, लेकिन ग्रामीणों की सुनने वाला कोई नहीं।