पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के कलक्ट्रेट में एक अजब नजारा देखने को मिला। चीन सीमा से लगे अंतिम छोर का क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी मेंबर) साठ किलो वजन के प्रार्थना पत्र पीठ पर लादे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। इस व्यक्ति को देखने वाले हैरान हो गए।
चीन सीमा से लगे दारमा क्षेत्र पंचायत के नागलिंग गांव निवासी मनोज कुमार नगन्याल 2009 से 2014 तक ग्राम प्रधान रहे। 2014 से दारमा के क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं। इस क्षेत्र में सीपू, मार्छा, गो, तिदांग, विदांग, बालिंग, बौगलिंग, सौन, चल, नागलिंग, सेला, दर, दुग्तू, दांतू, ढाकर, दर गांव आते हैं।
सभी गांव उच्च हिमालयी चीन सीमा से लगे हुए हैं। यह क्षेत्र आपदा से लेकर तमाम समस्याओं से जूझता है। युवा, अविवाहित पंचायत प्रतिनिधि इन समस्याओं को लेकर हमेशा सक्रिय रहता है।
मनोज कुमार नगन्याल द्वारा समस्याओं के लिए केंद्र, राज्य सरकारों के अलावा डीएम, एसडीएम को हमेशा पत्र भेजे जाते रहे हैं। पिछले नौ सालों के बीच शासन, प्रशासन और सरकार को भेजे गए ज्ञापन और पत्रों की उनके पास सुरक्षित प्रतिलिपि की संख्या हजारों में हो चुकी है। इनका वजन साठ किलो हो चुका है।
मनोज कुमार के अनुसार इनमें से केवल बीस फीसद पर ही कार्य हो सके हैं। इन पत्रों को जिलाधिकारी को दिखाने के लिए मनोज कुमार धारचूला से सौ किमी दूर वाहन से जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ पहुंचे। यहां से कुछ दूरी पर स्थित कलक्ट्रेट तक वह साठ किलो वजन के कागज पीठ पर लाद कर डीएम दरबार तक गए।
एक छोटे कद के युवक के सिर पर रस्सी के सहारे पीठ पर लदे कागजात लेकर कलक्ट्रेट में प्रवेश करते ही पूरे परिसर में चर्चा फैल गई। मनोज कुमार ने मीडिया कर्मियों को अपने कागजात दिखाए। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र की भौगोलिक स्थित बेहद दुर्गम है। डीएम सी रविशंकर ने मनोज को समस्याओं के निराकरण के लिए आश्वस्त किया।