
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
आल इंडिया फार्वड ब्लाक प्रदेश कार्य समिति के प्रदेश प्रवक्ता सेवानिवृत कैप्टन बालक राम शर्मा ने प्रैस को जारी बयान में कहा कि देश के राजनीतिक दल आए दिन लुभावने वायदे कर जनता को गुमराह करते हुए अपना उल्लू सीधा करने में कामयाब हो रहे हैं। जबकि सच्चाई इन वायदों से कोसों दूर है। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी सिर्फ गोरख धंधा है, बेहतर होता कि किसानों को फसल उगाते समय कल्याणकारी योजनाओं से प्रोत्साहित किया जाए और पैदावार के बाद उचित मूल्य दिया जाए ताकि इस वर्ग की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। अभी हाल ही में श्री नयना देवी जी तहसील के दयोथ पंचायत के भजूण गांव के श्याम लाल व उनके साथ लगते दूसरे परिवार के घर 18 साल के बाद पानी आने के समाचार ने एक बार फिर से व्यवस्था को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। कैप्टन बालक राम शर्मा ने कहा कि यदि श्याम लाल मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाता तो क्या वह ताउम्र पानी से वंचित रहता। हैरानी की बात है कि प्रशासन की अनदेखी के कारण करीब दो दशकों तक दो परिवारों को पानी से महरूम रखा गया। ऐसे में उन जनप्रतिनिधियों की जबावदेही बनती है जो इन्हीं परिवारों के वोट लेकर विधायक और मंत्री बनते हैं। पात्र लोगों तक योजनाओं का लाभ न पहुंच पाना इन जनप्रतिनिधियों की नालायकी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक घटना इसी विधान सभा क्षेत्र के गांव चिल्ला की है उन में भी 7 से 8 परिवारों को पानी नहीं आता, जब 15 साल पहले पानी के नलके लगे तब थोड़े दिन पानी आया और आज तक पानी नहीं आया। उन परिवारों प्रशासन से बहुत गुहार लगाई पर समस्या हल नहीं हुई। उन्होंने नेता विधायकों को बारी बारी स्मरण करवाया लेकिन समस्या का कोई हल नहीं हुआ। तो क्या यह तर्क है कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद ही पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्या विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है कि इन्सान की मूलभूत आवश्यक्ता को पूरा किया जाये। कैप्टन शर्मा ने कहा कि वर्तमान में व्यवस्था में बदलाव अति आवश्यक है।