पर्यटन, साहसिक पर्यटन, कृषि, बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, बुनियादी संरचना, विद्युत उत्पादन, लॉजिस्टिक्स आदि समेत सभी क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करना चाहती है सरकार
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
प्राकृतिक सौंदर्य, प्राकृतिक संसाधनों, पर्यावरण व कानून व्यवस्था की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश की गणना देश के सर्वोत्तम राज्य के रूप में होती है और अगर उद्यमी राज्य में विभिन्न सेक्टरों में निवेश के लिए आगे आते हैं तो प्रदेश सरकार उन्हें पूरा सहयोग व सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह बात आज नई दिल्ली में हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के सिलसिले में आयोजित रोड शो के दौरान उद्यमियों को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निवेश के लिए केवल मात्र एक ही सेक्टर पर फोकस नहीं किया है बल्कि पर्यटन, साहसिक पर्यटन, कृषि, बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, बुनियादी संरचना, विद्युत उत्पादन, लॉजिस्टिक्स आदि समेत सभी क्षेत्रों में सरकार निवेश आकर्षित करना चाहती है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार ने हाइडल सेक्टर में निवेश आमंत्रित करने के लिए पावर पालिसी में भी बदलाव किया है। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में पावर टेरिफ सबसे कम हैं और हमारा राज्य बिजली खरीदा नहीं बल्कि बेचता है। उन्होंने साहसिक खेलों, वाटर स्पोर्ट्स और होटल इंडस्ट्री सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं छिपी हैं जिसके लिए उन्होंने उद्यमियों को आगे आने का निमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 7 व 8 नवंबर को धर्मशाला में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मेलन तक राज्य में कुल 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य है और इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए विदेशों के साथ-साथ देश में भी इन्वेस्टर मीट व रोड शो किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा हाल ही में जर्मनी, नीदरलैंड व दुबई में आयोजित रोड शो काफी सफल रहे हैं और इन देशों के निवेशकों ने हिमाचल में निवेश के प्रति काफी उत्साह दिखाया है। उन्होंने कहा कि दुबई में निवेशकों ने वैलनेस सेंटर रिजॉर्ट्स, नैचुरोपैथी रिजार्ट्स, फल एवं खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों और रियल एस्टेट क्षेत्रों में निवेश के लिए खास तौर पर रुचि दिखाई है।
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में बेहतर अधोसंरचना सुनिश्चित की गई है। प्रदेश में राज्य के सभी भागों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय तथा राज्य उच्च मार्गों का व्यापक नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को देश का निवेश आकर्षित करने वाला श्रेष्ठ गंतव्य स्थल बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने भी इस अवसर पर उद्यमियों को संबोधित किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह और प्रधान सचिव शहरी विकास बहुद्देशीय परियोजना एवं ऊर्जा प्रबोध सक्सेना ने राज्य में निवेश संभावनाओं के दृष्टिगत अपने-अपने विभागों की प्रेजेंटेशन दी।
सी.आई.आई. दिल्ली राज्य के पूर्व चेयरमैन व सरवल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी राहुल चौधरी ने मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, गणमान्य अतिथियों व उद्यमियों का स्वागत किया और राज्य सरकार द्वारा निवेश आमंत्रित करने के लिए बड़े स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।