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आगामी मानसून सीजन के दृष्टिगत सभी तैयारियां जल्द पूर्ण की जाएंः सीएम

Bynewsadmin

Mar 27, 2021
देहरादून: प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज अपने हिमाचल भ्रमण के दौरान आज भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार में मंत्री रहे शांता कुमार से उनके पालमपुर स्थित आवास पर मिले और उनकी पत्नी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रदेश के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज अपने हिमाचल भ्रमण के दौरान आज पालमपुर (हिमाचल) में भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार में मंत्री रहे शांता कुमार से उनके आवास पर मिले और उनकी धर्मपत्नी संतोष शैलजा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री और केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेय सरकार में खाद एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रहे शांता कुमार ने सतपाल महाराज को अपनी आत्मकथा ष्निज पथ का अविचल पंथी पुस्तक भी भेंट की। इस पुस्तक का हाल ही में नई दिल्ली में वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला की मौजूदगी में विमोचन हुआ था। इस पुस्तक के कवर पेज पर शांता कुमार और उनकी दिवंगत धर्मपत्नी संतोष शैलजा का फोटो लगा है। शांता कुमार ने उत्तराखंड के पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज को बताया कि उन्हें आत्मकथा लिखने की प्रेरणा अपनी दिवंगत धर्मपत्नी से ही मिली थी। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई सरकार के समय में तत्कालीन खाद एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री व हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार भाजपा के स्तंभ होने के साथ-साथ ऐसे महान व्यक्ति हैं जिन्होंने देश को अंत्योदय अन्नपूर्णा योजना देने के साथ-साथ हिमाचल में पानी वाले मुख्यमंत्री के नाम से प्रसिद्धि पाई है। सतपाल महाराज ने जारी अपने बयान में कहा कि उन्होंने शांता कुमार से मिलकर अंत्योदय अन्नपूर्णा योजना पर गहन मंथन करने के साथ-साथ अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां भी हासिल की।

देहरादून:  मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि आगामी मानसून सीजन के दृष्टिगत सभी तैयारियां जल्द पूर्ण कर ली जाय। उन्होंने कहा कि चमोली के तपोवन रैणी क्षेत्री में आयी आपदा में लापता लोगों के डेथ सर्टिफिकेट की कारवाई में तेजी लाई जाय। जिससे प्रभावित परिवारों को राहत राशि का भुगतान जल्द किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की दृष्टि से उत्तराखण्ड में शोध संस्थान खोला जायेगा। राज्य में विभिन्न स्थानों पर कार्यशालाएं आयोजित कर लोगों में जागरूकता लाई जाय। न्याय पंचायत स्तर तक टीमें गठित कर आपदा प्रबंधन से संबधित सभी महत्वपूर्ण उपकरणों की किट उपलब्ध करायी जाय।  सभी जिलाधिकारी ग्राम स्तर तक सम्पर्क सूत्र बनाये रखें। ग्राम स्तर तक के जनप्रतिनिधियों एवं कार्मिकों की लिस्ट पूरी अपडेट रखी जाय।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सुरकण्डा में बने डॉप्लर रडार को जल्द चालू किया जाय एवं लैंसडाउन में लगने वाले डॉप्लर रडार की स्थापना की प्रक्रिया में तेजी लाई जाय। मुक्तेश्वर में बना डॉप्लर रडार चालू हो चुका है। आपदा प्रबंधन की दृष्टि से दूर-दराज के क्षेत्रों में और क्या प्रयास किये जा सकते हैं, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। भूकम्परोधी मकान बनाने के लिए राजमिस्त्रियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत एयर एम्बुलेंस के लिए केन्द्र सरकार को जल्द प्रस्ताव भेजा जायेगा। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही देहरादून में ‘आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जायेगा। जिसमें अनेक विषय विशेषज्ञ रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों  में आपदा प्रबंधन से संबधित एक चैप्टर शुरू किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विषय पर 06 माह के सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किये जा रहे हैं। महिला मंगल दल, युवक मंगल दलों एवं ग्राम प्रहरियों के भी आपदा प्रबंधन से संबधित गढवाल एवं कुमायूं मण्डल में सम्मेलन किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि लेखपालों को मोटर बाईक एम्बुलेंस देने की योजना पर भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन एस. ए. मुरूगेशन, सचिव वित्त सौजन्या, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, आनन्द श्रीवास्तव एवं वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिलाधिकारी उपस्थित थे।

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