लखनऊ, खेलो इंडिया के उद्घाटन कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने आए मशहूर गायक कैलाश खेर प्रशंसकों की अभद्रता से विफर पड़े। उन्होंने मंच से तीखी प्रतिक्रिया दी। कैलाश खेर ने नाराज होकर माइक से बोला कि ”तमीज सीखो। एक घंटा मुझको इंतजार कराया। इसके बाद तमीज नाम की कोई चीज नहीं है। क्या है ये खेलो इंडिया? खेलो इंडिया तब है जब हम खुश हैं।
अगर अभी ध्यान नहीं दिया जाएगा तो ऐसे ही चलता रहेगा। ज्यादा कमांडो गिरी वहां दिखाइए जहां जरूरत है। हम अपने हैं। हम संतो के बीच से आए हैं। हम फिल्मी गायक नहीं है, याद रखना। हम भारत के लिए जीते हैं भारत के लिए ही मरेंगे…”। बताया जा रहा है कि कैलाश खेर करीब एक घन्टे तक जाम में फंस गए थे। यही नहीं, उनके स्टाफ को पुलिस वालों ने रोक लिया था, जिसके बाद मामला बढ़ गया।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के रंगारंग आगाज के बाद मंच पर पहुंचे सुप्रसिद्ध सू्फी गायक पद्मश्री कैलाश खेर खिलाड़ियों के आकर्षण का केंद्र रहे। कैलाश खेर के गानों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने ””हो गई मैं तेरी दीवानी, जय जयकारा जय जयकारा स्वामी देना साथ हमारा, मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया, और पिया के रंग रंग देनी ओढ़नी जैसे गीतों से लोगों का मन मोह लिया और दर्शक जमकर झूमे।
लोगों का उल्लास बढ़ा तो कैलाश खेल ने मंच का पारा बढ़ाना शुरू किया। उन्होंने बेबाक अंदाज से तराने छेड़े। उन्होंने ””क्या कभी अंबर से सूर्य बिछड़ता है, क्या कभी बिन बाती दीपक जलता है”” गाना गाया, जिसे सुनते ही खिलाड़ियों ने तालियां बजानी शुरू कर दीं। युवाओं ने उनके गानों पर जमकर सीटियां बजाईं। कैलाश ने ””देव”” फिल्म के गाने गाकर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी।
श्तेरे नाम से जी लूं मैं तेरे नाम से मर जाऊं”” सुनाकर गीतों का सिलसिला उन्होंने आगे बढ़ाया तो उनके सुर का जादू श्रोताओं के सिर चढ़कर बोलने लगा। बाहुबली फिल्म के गीत ””जय जय जयकारा”” से उन्होंने इस क्रम को जारी रखा। चक दे इंडिया का गीत ””जाना जोगी नाल दे”” सुनाते हुए उन्होंने खिलाड़ियों को मंच पर बुलाया और कार्यक्रम को समापन की ओर पहुंचाया। समारोह के दौरान भारत माता की जय और वंदेमातरम् के जय घोष से पूरा स्टेडियम गुंजायमान हो गया।