जनवक्ता ब्यूरो दिल्ली
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने बताया कि वे समाचार माध्यम के एक हिस्से में आई उन रिपोर्टों को सिरे से खारिज करते हैं जिसमें उनके हवाले से कहा गया है कि भारत किसी रूप में श्रीलंका के राष्ट्रपति और एक पूर्व रक्षा सचिव की हत्या के तथाकथित षडयंत्र में शामिल है।
उन्होंने कहा कि ये शरारतपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण रिपोर्ट पूर्णतया निराधार और असत्य हैं और दोनों नेताओं के बीच गलतफहमी पैदा करने के साथ-साथ दो दोस्ताना पड़ोसी देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों को नुकसान पहुंचाने का इरादा भी रखती हैं।
राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को इन रिपोर्टों को सार्वजनिक तौर पर खारिज करने के लिए उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से और श्रीलंका सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। इस संदर्भ में, उन्होंने आज सुबह 18 अक्टूबर, 2018 को श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के साथ अपनी बैठक की भी चर्चा की।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री को श्रीलंका के एक सच्चे दोस्त के साथ ही एक करीबी निजी मित्र के रूप में भी देखते हैं। उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच परस्पर लाभदायक संबंधों की सराहना की और उसे अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ मिलकर काम करने के लिए अपना संकल्प दोहराया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राष्ट्रपति और उनकी सरकार द्वारा मामलों को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करके दुर्भावनापूर्ण रिपोर्टों को दृढ़ता से खारिज करने के लिए किए गए त्वरित कदमों की सराहना की। उन्होंने भारत सरकार की ‘पड़ोस सबसे पहले’ की नीति और प्राथमिकता को दोहराते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच हर तरह से सहयोग को और भी अधिक मजबूत करने में उनकी व्यक्तिगत रूचि है।पीआईबी