शिमला :जयराम मंत्रिमंडल से मंजूर वित्त वर्ष 2020-21 की नई आबकारी नीति में शराब को सस्ता करने के साथ ही गोवंश संरक्षण को बढ़ावा देने पर भी फोकस रहेगा। इसके तहत प्रदेश में बिकने वाली शराब की हर बोतल पर डेढ़ रुपये का सेस अब गोवंश संरक्षण के लिए लगेगा।
नए वित्त वर्ष में शराब की करीब नौ करोड़ बोतल बिकने का अनुमान है। इसे देखते हुए सरकार को शराब की बिक्री से करीब साढ़े तेरह करोड़ रुपये की राशि जुटने का अनुमान है। इस बड़ी धनराशि का उपयोग प्रदेश में गोवंश संरक्षण की मुहिम को गति देने के लिए किया जाएगा। प्रमुख सचिव आबकारी संजय कुंडू ने शराब पर गोवंश संरक्षण सेस बढ़ाने की पुष्टि की है।
बता दें, जयराम सरकार के सत्तासीन होने के बाद पहली बार प्रदेश में शराब से गो सेवा को लिंक किया गया था। सरकार ने फैसला लिया था कि शराब की हर बोतल की बिक्री से होने वाली आय में गोवंश संरक्षण के अलावा एंबुलेंस और स्थानीय निकाय पर एक-एक रुपये खर्च किया जाएगा।
पहले साल तो सरकार कुछ खास काम नहीं कर पाई, लेकिन दूसरे साल इन मदों में आई राशि को खर्च करने की शुरुआत की गई है। इस पैसे को आबकारी विभाग सरकार के खजाने में जमा करेगा, जहां से जरूरत के हिसाब से अन्य संबंधित महकमे पैसे का उपयोग कर सकेंगे।