देहरादून: हर साल प्रसिद्ध राखी का पर्व सावन की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस पवित्र पर्व रक्षाबंधन का बहनें वर्ष भर इंतजार करती हैं। बहनें इस दिन अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधती हैं। इसके बदले में भाई अपनी बहन की सदैव रक्षा करने का वचन देता है।
रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर रक्षाबंधन की शुभकामनाओं के साथ एक संदेश साझा किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने रक्षाबंधन पर प्रदेशवासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री के इस संदेश में लिखा है- “आप समस्त प्रदेशवासियों को मातृशक्ति के प्रति सम्मान व विश्वास के प्रतीक, भाई-बहन के अटूट प्रेम एवं स्नेह के पावन पर्व रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि यह पावन पर्व आप सभी के जीवन में सुख, शान्ति, समृद्धि एवं खुशहाली को लेकर आएं।”
महिलाए दो दिनों तक बसों में कर सकेंगी नि:शुल्क यात्रा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने भाई-बहन के प्रेम को प्रदर्शित करने वाले इस पावन पर्व रक्षाबंधन पर प्रदेश में उत्तराखण्ड परिवहन निगम (Uttarakhand Transport Corporation) द्वारा संचालित बसों को माताओं व बहनों की यात्रा के लिए दो दिनों तक मुफ्त किए जाने का निर्णय लिया है।
ट्वीट के अनुसार, “मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर दिनांक 30 अगस्त दोपहर 12 बजे से 31 अगस्त रात्रि 12 बजे तक उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों में माताओं-बहनों की यात्रा निःशुल्क किए जाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हमारी बहनें उत्तराखण्ड सहित अन्य राज्यों से होकर जाने वाली उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा सुविधा का लाभ उठा सकती हैं।”
जानिए रक्षाबंधन पर रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, 30 अगस्त को सुबह से ही भद्राकाल लग रहा है जो रात्रि में समाप्त होगा। भद्रा में राखी का पर्व मनाना बेहद अशुभ माना जाता है इसलिए ज्योतिषाचार्यों ने इस असमंजस को दूर करते हुए 31 अगस्त को ही राखी बांधने के लिए शुभ बताया है।
31 को मनाया जाएगा राखी
देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर के श्री 108 महंत कृष्णा गिरी महाराज का कहना है कि इस बार 30 अगस्त को पूर्णिमा पर भद्रा शुरू हो रही है, जो रात नौ बजकर, दो मिनट तक रहेगी। भद्राकाल में राखी नहीं बांधी जाती है व रात्रि के समय भी राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है लेकिन 30 अगस्त को रात के समय में भद्रा खत्म होगा। ऐसे में धर्म और निर्णय सिंधु के अनुरूप रक्षाबंधन 31 को ही मनाया जाएगा।