जनवक्ता ब्यूरो हमीरपुर
जिला बिलासपुर में डेंगू के मामले उजागर होने के बाद हमीरपुर जिला में परिवार कल्याण विभाग द्वारा विशेष डेंगू जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी सावित्री कटवाल ने कहा कि इस अभियान में 153 स्वास्थय उपकेन्द्रों में महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता तथा 521 आशा कार्यकत्र्ता घर-घर जाकर डेंगू से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। उन्होंने बताया कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर खड़े पानी, कूलर , पानी की टंकी ,प़ि़क्षयों के पीने के बर्तन, प्रिज की ट्रे, फूलदान, नारियल का खोल , टूटे हुए बर्तन व टायर आदि में पनपता है। इस मच्छर के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती है इसे टाईगर मच्छर भी कहा जाता है। उन्होंने डेंगू के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अकस्मात तेज सिर दर्द व बुखार , मांसपेशियां तथा जोड़ों में दर्द होना , जी मतलाना एवं उल्टी होना तथा गंभीर मामलों में नाक-मुंह मसूड़ों में खून आना तथा त्वचा पर चकते उभरना इत्यादि इसके लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन डेंगू के बारे में की गई गतिविधियों की रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सांय पंाच बजे से पहले देंगे। यह रिर्पोट प्रतिदिन सरकार को भी भेजी जाएगी।
उन्होंने बताया कि डेंगू से बचने के के लिए पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों आदि को ढक कर रखें। कूलर का पानी बदलते रहें व प्रयोग न करने पर खाली करके सुखा दें। यह मच्छर दिन के समय काटता है ऐसे कपड़े पहने जिनसे शरीर पूरी तरह से ढका हो। मच्छर अवरोधी उपायों को अवश्य अपनाएं । रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। यदि डेंगू के लक्षण हो तो नजदीकी स्वास्थय केन्द्र / अस्पताल में उपचार करांए। बुखार उतारने के लिए पेरासिटामोल ले सकते हैं। एस्प्रीन या इबुब्रुफेन गोली का इस्तेमाल अपने आप न करें , डाक्टर की सलाह लें। डेंगू के हर व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक नहीं है , डेगूं के हर रोगी को प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ती । डेंगू की रोकथाम की जा सकती है और इसका इलाज संभव है। घर में डेंगू के मरीज प्रचुर मात्रा में पाली और तरल पदार्थ लें। ओ. आर. एस घोल , नारियल का पानी , फलों का रस आदि तरल पदार्थ प्रचुर मात्रा में लें।