विद्यालय में ऐसा वातावरण तैयार करने के प्रयास किए जा रहे है जिससे बच्चे बिना किसी डर व भय से पढाई में अधिक से अधिक रूचि लें तथा उनके हित में चलाई जा रही योजनाओं को बच्चों तक पहुंचाया जा सके। यह जानकारी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या बिलासपुर राजीव भारद्वाज ने किशोर न्याय अधिनियम 2015 व सितम्बर माह 2018 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाने बारे जागरूकता शिविर के अवसर पर दी। यह शिविर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तत्वाधान में जिला बाल संरक्षण इकाई, बिलासपुर द्वारा आयोजित किया गया।
इस शिाविर में जिला बाल संरक्षण अधिकारी बिलासपुर अजंु बाला शर्मा ने बच्चों, बालिकाओं, किशोरियों व महिलाओं में एनीमिया की कमी को कैसे पहचाने एनीमिया के लक्षण व इसकी रोकथाम, कुपोषण क्या है व इसे कैसे पहचाने व कुपोषण के उपचार व रोकथाम , किशोरियों को व्यक्तिगत साफ-सफाई व माहवारी स्वच्छता का ध्यान रखने बारे ,खून की जांच , पेट के कीड़े , आयोडीन नमक की कमी खाना खाने से पहले व बाद में हाथ धोने बारे विस्तार से बताया।
इस अवसर पर उन्होनें अनाथ बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही हितकारी योजनाओं, बाल विवाह, बाल मजदूरी निषेध कानून, चाईल्ड हैल्पलाईन 1098, गुडिया हैल्प लाईन 1515, शक्ति बटन ऐप संरक्षण हेतु व किशोर न्याय अधिनियम 2015 की विस्तृृत जानकारी दी तथा इकाई द्वारा मुद्रित सामग्री वितरित की।
इस मौके पर विधि एवं परिवीक्षा अधिकारी सीमा संख्यान ने बच्चों के यौन शोषण, बच्चों के विपरीत परिस्थितियों में क्या सुरक्षा के गुण होने चाहिए । लैगिंक अपराधों से बच्चों का अधिनियम 2012 (पोक्सो एक्ट 2012), समाज व विद्यालय स्तर पर अच्छे स्पर्श व बुरे स्पर्श बारे बताया तथा बच्चों से जुड़े सभी कानूनों की विस्तृत जानकारी प्रदान दी।
इस शिविर में पाठशाला के लगभग 220 बालिकाओं, प्रवक्ता राजकुमार गौतम, राकेश भारद्वाज, प्रिया जसवाल, डा0 रजनीश कुमार, सिम्पल, शुभलता, सुनीता महाजन, विक्रम गौतम , विक्रांत चंदेल, महेश रजनीश, भूपेन्द्र, रेणुका, मदन ठाकुर, अनुराग, संजय, अमरजीत सिंह, विजय, भारती, ममता, रेखा उपस्थित रहे।
